Saturday, November 07, 2009

अलविदा प्रभाषजी, अब दिलों में रहेंगे

पत्रकारिता के पितामह प्रभाष जोशी का शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया है। शनिवार को दोपहर 12 बजे नर्मदा नदी के किनारे उनकी इच्छा के अनुसार अंतिम संस्कार कर दिया गया. प्रभाष जोशी का गुरुवार/शुक्रवार की रात हृदयगति रुक जाने से निधन हो गया था.
शुक्रवार को उनका पार्थिव शरीर मध्य प्रदेश शासन द्वारा उपलब्ध कराये गये एक विशेष विमान से इंदौर ले जाया गया था जहां उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ लगी रही. अंतिम दर्शन करनेवालों में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह और प्रभाष जोशी के पुराने मित्र तथा पूर्व राष्ट्रपति भैरो सिंह शेखावत भी शामिल थे.
शनिवार की सुबह 10 बजे उनका पार्थिव शरीर इंदौर से 60 किलोमीटर दूर बड़वाहा के लिए ले जाया गया. बड़वाहा में ही उनके पिता जी का अंतिम संस्कार हुआ था इसलिए प्रभाष जोशी की हार्दिक इच्छा थी कि उनका भी अंतिम संस्कार उसी स्थान पर हो जहां उनके पिता का अंतिम संस्कार किया गया था. बड़वाहा में नर्मदा के किनारे उनके ज्येष्ठ पुत्र संदीप जोशी ने उनको मुखाग्नि दी.
प्रभाष जी अंत्येष्टि के मौके पर पूर्व राष्ट्रपति भैरो सिंह शेखावात के अलावा दिल्ली से गये पत्रकार रामबहादुर राय, राहुल देव, हेमंत शर्मा तथा माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति अच्युतानंद मिश्र शामिल हुए।

1 comment:

Anonymous said...

kaha se layenge ek aur प्रभाष जोशी..unko etips blog ki aor se sradhanjali..


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