भोपाल को सलाम
आज हम भोपाल की तारीफ़ करते नही थकते क्योंकि ये तालो का शहर है लेकिन तालो के लिए भोपाल की तारीफ़ करने के बजाय उसकी जिजीविषा के लिए यहाँ के लोगो की तारीफ़ करना चाहिए ऐसा हुआ भी है, लेकिन अपने ब्लॉग पर में उनको सलाम न करू जिन्होंने विश्व की सबसे भीषण त्रासदी में अपनी जान खोई और इस हादसे में जिन्होंने सीधे यमराज से भिड़ने का जज्बा दिखाया, तो ये सरासर बेईमानी होगी
भीम सिंह\जाहिद मीर
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